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नवंबर, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Poverty Line kise kehte hai ?

Introduction: गरीबी या निर्धनता किसी भी देश के लिए बहुत ही गंभीर समस्या है आज के समय में कई सारे ऐसे देश हैं जो इस समस्या का समाधान निकालने में लगे हुए हैं। हमारे देश में भी गरीबी की समस्या बहुत ज्यादा है अतः इस समस्या का समाधान निकालने के लिए सरकार कई सारे कदम अपनी तरफ से उठाती है उन सभी कदमों का उद्देश्य यह होता है कि किस तरीके से हम अपने देश में गरीबों की संख्या में कमी कर सकें और सभी लोगों को वह सारी बुनियादी चीजें उपलब्ध करवाई जा सके जिसके माध्यम से वह अपने जीवन स्तर को सुधार सकते हैं।  1. Poverty meaning: ( गरीबी का अर्थ)  गरीबी से अभिप्राय उस स्थिति से है जब एक व्यक्ति अपनी मूलभूत आवश्यकताओं को भी पूरा करने में सफल नहीं हो पाता है तब हम उस व्यक्ति को गरीब कहते हैं। . किसी भी व्यक्ति की मूलभूत आवश्यकताएं निम्नलिखित होती हैं जो उसे अवश्य पूरी करनी चाहिए: . रोटी . कपड़ा . मकान * गरीब कौन है? आज के समय में अगर हम गरीबी की बात करें तो यह किसी भी देश के लिए बहुत बड़ी समस्या है हर देश की सरकार यह प्रयास करती है कि वह अपने देश में गरीबों की संख्या को कम से क

व्यवसाय किसे कहते हैं और ये कितने प्रकार के होते हैं?

Business:  ( व्यवसाय) व्यवसाय से अभिप्राय मुख्य रूप से वस्तुओं के क्रय-विक्रय से संबंधित नहीं है व्यवसाय का मतलब है कि जब कोई व्यवसायिक अपने कंपनी में अथवा फर्म में किसी भी वस्तु का निर्माण करता है तो उस वस्तु के निर्माण से लेकर उस वस्तु को उसके उपयोगकर्ता तक पहुंचाने में जो भी क्रियाएं व्यवसायिक द्वारा की जाती है वह सारी क्रियाएं व्यवसाय के अंतर्गत आती है। . व्यवसाय में एक व्यवसायिक वस्तुओं का उत्पादन करने के बाद उन वस्तुओं को उसके अंतिम उपयोगकर्ता तक पहुंचाने का प्रयास करता है और इन वस्तुओं को उनके उपयोग करता तक पहुंचाने के लिए वह कुछ सेवाओं का प्रयोग करता है जिनके माध्यम से वह वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान पर सरलता पूर्वक पहुंचा सकता है। . वह सेवाएं निम्नलिखित है: . परिवहन एवं संदेश वाहन सेवाएं . बीमा संबंधित सेवाएं . बैंकिंग संबंधित सेवाएं . भंडार गृह संबंधित सेवाएं 1. व्यवसाय की परिभाषा:  व्यवसाय से अभिप्राय एक ऐसी आर्थिक क्रिया से हैं जो मुख्य रूप से निरंतर की जाती है इस क्रियाओं में वस्तुओं एवं सेवाओं का उत्पादन करना तथा वस्तुओं सेवाओं को खरीदन

भुगतान शेष खाता क्या होता है और ये कितने प्रकार के होते हैं?

1. Balance of payments: ( भुगतान शेष ) भुगतान शेष से अभिप्राय एक देश द्वारा शेष विश्व के साथ किए गए आर्थिक सौदों के विवरण से है। * आर्थिक सौदों में निम्नलिखित चीजें आती हैं:  . दृश्य मदें . अदृश्य मदें . शेष विश्व में परिसंपत्तियों के स्वामित्व में परिवर्तन से संबंधित सौदे 2. भुगतान शेष खाता: भुगतान शेष खाते से अभिप्राय कैसे खाते से है जो 1 वर्ष के दौरान एक देश द्वारा शेष विश्व के साथ किए जाने वाले सभी प्रकार के मौद्रिक व्यवहारों को भुगतान शेष खाते में लेखांकन किया जाता है। * भुगतान शेष खाते में दो प्रकार के खाते होते हैैं:  . Current account ( चालू खाता) चालू खाते में मुख्य रूप से दृश्य एवं अदृश्य मदों के आयात एवं निर्यात से जो किसी देश को प्राप्ति होती है या फिर जो भुगतान उसके द्वारा किया जाता है उसको चालू खाते में लेखाअंकित किया जाता है। . Capital account ( पूंजी खाता) पूंजी खाते से अभिप्राय ऐसे खाते से हैं जिसमें उन सभी सौदों को लिखा जाता है जो एक देश द्वारा शेष विश्व में उनके निवासियों के परिसंपत्तियों के स्वामित्व में जो परिवर्तन आया होत

एटीएम क्या होता है और इसका उपयोग क्या है ?

Outsourcing of services: व्यवसाय को सफलतापूर्वक एवं कुशलता पूर्वक चलाने के लिए किसी भी व्यवसायिक को अन्य प्रकार की क्रियाएं करनी पड़ती हैं इसके माध्यम से वह अपने व्यवसाय को काफी लंबे समय तक चला सकता है कई सारी क्रियाएं हैं जैसे उत्पादन करना, क्रय विक्रय करना, वित्तीय प्रबंधन करना, विज्ञापन करना तथा ग्राहकों को विक्रय के बाद कई सारी सेवाएं प्रदान करने जैसे कार्य किसी भी व्यवसाय को करने पड़ते हैं। जिससे कि वह अपने व्यवसाय को लंबे समय तक  चला सके। इन सब क्रियाओं को करने के लिए व्यवसायिक के पास कई सारे विकल्प होते हैं जैसे- 1) संगठन के अंदर ही पूरा कर लेना सब क्रियाओं को 2) या संगठन के बाहर से पूरा करवाना          कोई भी व्यावसायिक इन सभी क्रियाओं को कराने के लिए इन दोनों विकल्पों में से किसी एक विकल्प को चुनता है। यह उसके व्यवसाय पर निर्भर करता है कि वह किस विकल्प को चुनना पसंद करेगा यदि उस व्यवसायिक का व्यवसाय काफी छोटा है तो वह सभी प्रकार की क्रियाएं अपने संस्था के अंदर ही करने का प्रयास करेगा परंतु किसी व्यावसायिक का व्यवसाय काफी बड़ा है तो वह इन सभी क्रियाओं को किसी अन्य संस

ई- व्यवसाय किसे कहते हैं ?

E- Business: ( ई- व्यवसाय) आज के समय में अगर हम बात करें तो इंटरनेट एक ऐसा लोगों से जुड़ने का साधन है जिसके माध्यम से हम किसी के साथ कभी भी किसी भी समय आसानी से संवाद कर सकते हैं। अतः कई सारे  ऐसे व्यवसायिक हैं जो अपने व्यवसाय को धीरे-धीरे करके इंटरनेट पर उपलब्ध करवा रहे हैं जिससे कि वह ग्राहकों के साथ आसानी पूर्वक जुड़ जाए इस प्रक्रिया को ई- व्यवसाय या ई- कॉमर्स के नाम से जानते हैं ई-बिजनेस एवं ई-कॉमर्स व्यवसाय का एक बहुत ही अच्छा है इसके माध्यम से हम इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के साथ जुड़ सकते हैं।ई-कॉमर्स के माध्यम से कोई भी इंटरनेट उपयोगकर्ता सरलता पूर्वक अपने घर पर बैठे ही किसी भी सामान का आदेश दे सकता है और समान को उसके घर पर व्यवसायिक द्वारा पहुंचा दिया जाता हैं। यदि उपभोक्ता चाहे तुम अपने सामान का भुगतान इंटरनेट के द्वारा ही कर सकता है इंटरनेट के माध्यम से भुगतान करने में किसी प्रकार की जोखिम नहीं आती है। 2. E- Business Meaning:   (ई- व्यवसाय क्या होता है?) व्यवसाय का अभिप्राय सभी औद्योगिक एवं वाणिज्यिक क्रियाओं को कंप्यूटर नेटवर्क या इंटरनेट के माध्यम से पूरा करन

व्यापार किसे कहते हैं और व्यापार कितने प्रकार के होते हैं?

वाणिज्य किसे कहते हैं ?  वाणिज्य का अभिप्राय उन सभी क्रियाओं के योग से है जो किसी वस्तु एवं सेवा के आदान-प्रदान में उत्पन्न होने वाली सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करते हैं। वह समस्याएं किसी व्यक्ति , स्थान समय , जोखिम या आदि की बाधाएं हो सकती हैं जो वाणिज्य के माध्यम से दूर की जाती है। वाणिज्य के अंग :  * वाणिज्य के अंग दो प्रकार के हैं:  * व्यापार (  Trade) * व्यापार की सहायक क्रियाएं( Auxiliaries to Trade)  व्यापार किसे कहते हैं ?  व्यापार से अभिप्राय एक ऐसी क्रिया से है जो क्रेता और विक्रेता द्वारा लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से किया जाता है। इसके अंतर्गत वह वस्तु का क्रय एवं विक्रय करते हैं जिससे कि अधिक लाभ अर्जित कर सकें इस पूरी प्रक्रिया में केता विक्रेताओं द्वारा किए गए कार्य को व्यापार कहा जाता है व्यापार में किसी व्यापारी का मुख्य उद्देश्य लाभ कमाना होता है। व्यापार की सहायक क्रियाएं : व्यापार की सहायक क्रिया से अभिप्राय उन क्रियाओं से है जो व्यापार में उत्पन्न होने वाले विभिन्न प्रकार की समस्याओं को दूर करने में सहायता प्रदान करते हैं। व्यापा

उद्योग किसे कहते हैं और उद्योग कितने प्रकार के होते हैं?

  उद्योग किसे कहते हैं ?  उद्योग से अभिप्राय एक ऐसी आर्थिक क्रिया से है जो वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन करती है।  उद्योगों के प्रकार :  * उद्योग मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं:  . प्राथमिक उद्योग . द्वितीयक उद्योग . तृतीय या सेवा उद्योग * प्राथमिक उद्योग:  प्राथमिक उद्योग वह उद्योग होते हैं जो मुख्य रूप से अशोधित कच्चे माल का उत्पादन करते हैं जिनके माध्यम से उत्पाद तैयार किए जाते हैं, उन्हें प्राथमिक उद्योग कहते हैं। . प्राथमिक उद्योग के प्रकार: प्राथमिक उद्योग मुख्य रूप से दो प्रकार के हैं:  . जननी को उद्योग . निष्कर्षण उद्योग * जननिक उद्योग:  जननिक उद्योग से अभिप्राय ऐसे उद्योगों से है जो मुख्य रूप से पशु एवं वनस्पतियों की नस्लो  का सुधार करके उन्हें और अधिक उपयोगी बनाते हैं इन उद्योगों में मुख्य रूप से पशुपालन, मुर्गीपालन आदि सम्मिलित किया जाता है। * निष्कर्षण उद्योग:  निष्कर्षण उद्योग से अभिप्राय ऐसे उद्योग से है जो मुख्य रूप से पृथ्वी, जल, वायु  से कोई पदार्थ निकालते हैं। जैसे खानो व कुओं से कोयला, लोहा, गैस, तेल आदि निकाला जाता है।

मांग का मतलब क्या होता है ?

1. मांग किसे कहते हैं ? मांग  से अभिप्राय किसी वस्तु की उच्च मात्रा से है जिसे एक उपभोक्ता किसी निश्चित कीमत एवं निश्चित समय पर खरीदने के लिए तैयार होता है उसे उस वस्तु की मांग कहा जाता है। * बाजार मांग ( market demand) : बाजार मांग से अभिप्राय यह है कि जब कीमत के निश्चित स्तर पर किसी बाजार में सभी उपभोक्ताओं द्वारा वस्तु की खरीदी गई मात्राओं का योग बाजार मांग कहलाता है। *  मांग फलन ( demand function):   मांग फलन से अभिप्राय किसी वस्तु की मांग तथा उसे प्रभावित करने वाले कारकों के मध्य फलनात्मक संबंध से हैं। * मांग अनुसूची ( demand schedule) मांग अनुसूची से अभिप्राय किसी वस्तु की कीमत तथा मांग के संबंध से है जो तालिका के माध्यम से प्रदर्शित किया जाता है उसे मांग अनुसूची कहते हैं। * मांग में परिवर्तन ( change in demand) मांग में परिवर्तन से अभिप्राय यह है कि जब कीमत समान रहने पर किसी अन्य कारक में होने वाले परिवर्तन की वजह से जब किसी वस्तु की मांग घट या बढ़ जाती है तो उसे मांग में परिवर्तन कहा जाता है। * मांग की मात्रा में परिवर्तन ( change in deman

Propensity to consume kya hota hai ?

                 MACROECONOMICS            FOR CLASS 12th  1. समग्र मांग की परिभाषा: ( Aggregate demand meaning in Hindi ) समग्र मांग से अभिप्राय एक अर्थव्यवस्था में 1 वर्ष के दौरान सभी वस्तुओं एवं सेवाओं की मांग करने के लिए उपभोक्ताओं द्वारा की  जाने वाली योजना से है। 2. समग्र मांग के घटक : ( Components of aggregate demand) . समग्र मांग के निम्नलिखित घटक है:  * उपभोग व्यय  * उत्पादक निवेश व्यय  * समग्र मांग : उपभोग व्यय+उत्पादक निवेश व्यय 3.  बचत फलन ( saving function meaning in hindi) बचत फलन बचत और आय के बीच फलनात्मक संबंध को दर्शाता है। 4. उपभोग प्रवृत्ति की परिभाषा :  (   Propensity to consume meaning in hindi) उपभोग प्रवृत्ति से अभिप्राय यह है कि एक उपभोक्ता अपनी आय का कितना भाग उपभोग करता है। * उपभोग प्रवृत्ति के प्रकार : . औसत उपभोग प्रवृत्ति . सीमांत उपभोग प्रवृत्ति * औसत उपभोग प्रवृत्ति: ( Propensity to consume meaning in hindi) औसत उपभोग प्रवृत्ति कुल उपभोग और कुल आय के बीच का अनुपात दर्शाता है। * औसत उपभोग

निवेश क्या होता है और निवेश कितने प्रकार के होते हैं ?

  Basic concepts of  Microeconomics 1. निवेश की अवधारणा और उसके घटक :  * निवेश क्या है ?  निवेश से अभिप्राय एक ऐसी प्रक्रिया से है  जिसमें हम पूंजी का निर्माण करते हैं। * निवेश के प्रकार :  निवेश दो प्रकार के होते हैं :  * स्थिर निवेश * माल सूची निवेश * स्थिर निवेश :  स्थिर निवेश से अभिप्राय 1 वर्ष के दौरान किसी उत्पादक के पास मौजूद उसकी स्थिर परिसंपत्तियों में होने वाली वृद्धि से है। जब कोई उत्पादक अपने स्थिर परिसंपत्तियों की खरीद पर कोई खर्च करता है तो उसे स्थिर निवेश कहते हैं। * माल सूची निवेश :  माल सूची निवेश से अभिप्राय किसी एक समय पर उत्पादक के पास जो उस स्टॉक मौजूद होता है जिसमें निम्नलिखित वस्तुएं शामिल होती हैं:  . तैयार वस्तुएं . अर्ध तैयार वस्तु  . कच्चा माल सम्मिलित होता है इसे माल सूची स्टॉक कहते हैं। 2. सकल निवेश शुद्ध निवेश तथा मूल्य ह्रास की अवधारणा :  * सकल निवेश:  सकल निवेश व निवेश होता है जिसमें 1 वर्ष के दौरान उत्पादक के द्वारा अपनी नई परिसंपत्तियों पर किया गया  खर्चा तथा पुरानी परिसंपत्ति की पुनः स्थापना पर किए गए खर्चे

अंतिम वस्तुएं एवं मध्यवर्ती वस्तुएं क्या होती है?

आज मैं आपको समष्टि अर्थशास्त्र के कुछ मूल अवधारणाओं के बारे में बताने वाला हूं। मुझे उम्मीद है कि समष्टि अर्थशास्त्र की अवधारणाएं आपके लिए काफी उपयोगी साबित होंगी। PART - 1 1. अर्थव्यवस्था में उत्पादित होने वाली वस्तुओं के प्रकार निम्नलिखित हैं: * अंतिम वस्तुएं एवं मध्यवर्ती वस्तुएं * उपभोक्ता वस्तुएं एवं पूंजीगत वस्तुएं * अंतिम वस्तुएं :  अंतिम वस्तुएं व वस्तुएं होती हैं जो अपने उत्पादन की अंतिम सीमा रेखा को पार कर चुकी होती हैं तथा अपने अंतिम प्रयोग करता के द्वारा प्रयोग में लाने के लिए तैयार होती हैं उन्हें अंतिम वस्तुएं कहते हैं। . अंतिम प्रयोग करता कौन होता है? अंतिम प्रयोग करता में निम्नलिखित लोग आते हैं: * उपभोक्ता * उत्पादक * मध्यवर्ती वस्तुएं : मध्यवर्ती वस्तुएं व वस्तुएं होती हैं जिन्होंने अभी तक अपने उत्पादन की अंतिम सीमा रेखा को पार नहीं किया होता है तथा अभी भी इनके मूल्य में वृद्धि की जानी होती है एवं ये अपने अंतिम प्रयोग करता द्वारा प्रयोग में भी लाने के लिए तैयार नहीं होते हैं। * उपभोक्ता वस्तुएं : उपभोक्ता वस्तुएं व वस्तुए

Height and Distance previous year important Questions

Hello friends today I am going to provide you some important qu estions of height and distance I hope you will like  this and I hope  its helpful for you. 1. If the length of the shadow of a tower is equal to its height, then what is the sun altitude at that time ? 2. A vertical stick 12 long casts a shadow 8 metre long on the ground at the same time a tower casts a shadow of 40 metre long on the ground. The height of the tower is ?  3. The shadow of a tower standing on a level plane  is found to be  50m  longer when the suns evaluation is 30 degree, when it is 60 degree . the What is the height of the tower ? 4. A man from the top of a 100m high tower seen a car moving towards the tower at angle of depression 30 degree. After some time , the angle of depression becomes 60 degree . What is the distance travelled by the car during this time ? 5. The angle of evaluation of the top of an unfinished piller at a point 150m from its base is 30 degree. If  the angle of evaluati

विदेशी विनिमय दर क्या होता है?

आज मैं आप सभी को विदेशी विनिमय दर के बारे में बताने वाला हूं मैं आपको यह बताऊंगा कि विदेशी विनिमय दर क्या होती है और विदेशी विनिमय दर की प्रणाली के बारे में भी जानेंगे साथ ही हम यह देखेंगे की विदेशी विनिमय दर में वृद्धि एवं कमी होने पर ग्राफ का निर्धारण  किस तरीके से किया जाता है। 1. विदेशी विनिमय दर क्या है ?  विदेशी विनिमय दर वह दर है जिस पर एक देश की घरेलू करेंसी को किसी दूसरे देश की करेंसी के साथ बदला जा सकता है उसे विदेशी विनिमय दर कहते हैं। * विदेशी विनिमय दर प्रणाली :  विदेशी विनिमय दर प्रणाली दो प्रकार की हैं :  . स्थिर विनिमय दर प्रणाली . नम्य विनिमय दर प्रणाली * स्थिर विनिमय दर प्रणाली : स्थिर विनिमय दर प्रणाली वह प्रणाली है जिसमें विनिमय की दर सरकार के माध्यम से निर्धारित किया जाता है। * नम्य विनिमय दर प्रणाली :  नम्य विनिमय  दर प्रणाली में विनिमय दर का निर्धारण मांग सिद्धांत एवं पूर्ति सिद्धांत के माध्यम से होता है इस सिद्धांत के अनुसार किसी भी देश के करेंसी की विनिमय दर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बाजार में उसकी मांग तथा पूर्ति के आधार पर निर्धारित

मुद्रा का अर्थ एवं मुद्रा के प्रकार?

मैं आपको आज मुद्रा के बारे में बताने वाला हूं आज हम पढ़ेंगे  कि हमें मुद्रा की आवश्यकता क्यों पड़ी साथ ही साथ हम यह भी जानेंगे की मुद्रा क्या है और किस तरीके से हमारे देश में मुद्रा की पूर्ति की जाती है। मुद्रा से संबंधित  जानकारियां मैं आप सभी को देने का प्रयास करूंगा । 1. मुद्रा का अर्थ ? मुद्रा से अभिप्राय एक ऐसी वस्तु से है , जो विनिमय के माध्यम में सामान्य रूप से स्वीकार की जाती है उसे हम मुद्रा कहते हैं। 2. मुद्रा के रूप :  मुद्रा का विवरण दो ग्रुप में किया जा सकता है :  * आदेश मुद्रा तथा न्यास मुद्रा * पूर्ण काय मुद्रा तथा साख मुद्रा * आदेश मुद्रा :  . आदेश मुद्रा व मुद्रा होती है जो सरकार के आदेश पर जारी की जाती है इसमें सभी प्रकार के सिक्के व नोट शामिल किए जाते हैं। . आदेश मुद्रा को एक देश में रहने वाले व्यक्तियों को कानूनी तौर पर इसे विनिमय के माध्यम में स्वीकार करने के लिए बाध्य होना पड़ता है। *न्यास मुद्रा : न्यास मुद्रा वह मुद्रा होती है जो विनिमय के रूप में स्वीकार की जाती है क्योंकि यह मुद्रा प्राप्तकर्ता तथा  अदा करता के मध्य  परस्पर व

बैंक क्या होता है और बैंक कितने प्रकार के होते हैं ?

आज मैं आपको बैंक के बारे में बताने वाला हूं कि बैंक क्या होता है बैंक कितने प्रकार के होते हैं तथा बैंक से जुड़ी हुई कुछ  जानकारी मैं आपको दूंगा। 1. बैंक क्या होता है ? बैंक एक वित्तीय संस्था है जो लाभ कमाने के उद्देश्य से लोगों से जमा स्वीकार करता है जिसका भुगतान चैक के माध्यम से कर दिया जाता है तथा साथ ही बैंक लोगों को ऋण भी प्रदान करता है। 2. बैंक कितने प्रकार के होते हैं ? मुख्य रूप से बैंक पांच प्रकार के होते हैं :  * वाणिज्यिक बैंक * औद्योगिक विकास बैंक * कृषि बैंक * क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक * अन्य  बैंकिंग संस्थाएं जैसे केंद्रीय बैंक , राष्ट्रीय आवास बैंक और राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक आदि। 3. वाणिज्यिक बैंकों के कार्य : मुख्य रूप से वाणिज्यिक बैंकों के तीन कार्य है :  * प्राथमिक कार्य * गौण कार्य * इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग सेवाएं * प्राथमिक कार्य :  बैंक के मुख्य रूप से दो प्राथमिक कार्य होते हैं :  * जमा स्वीकार करना *  ऋण देना * गौण कार्य :  बैंक प्राथमिक कार्य के अतिरिक्त कुछ गौण कार्य करते हैं जैसे - . एजेंट के रूप

What are the words which are use instead of ' Very ' ?

Hello friends this some words which are use instead of ' very ' I hope it's helpful for you. 1. Very little - Tiny  2. Very wrong - Extensive 3. Very nice - Slack  4. Very certain - Sure  5. Very surprised - Amazed  6. Very clear - Obvious 7. Very dirty - Filthy  8. Very dull - Tedious 9. Very easy - Effortless  10. Very special - Exceptional 11. Very creative - Innovative 12. Very quick - Swift  13. Very sad - sorrowful 14. Very pretty - Beautiful  15. Very simple - Basic  16. Very tall - Towering 17. Very tired - Exhausted 18. Very weak - Frail  19. Very accurate - Exact  20. Very afraid - Fearful  21. Very angry - Furious 22. Very bad - Awful  23. Very beautiful - Gorgeous 24. Very big - Massive 25. Very cold - Freezing  26. Very complete - Comprehensive 27. Very good - Excellent 28. Very boring - Dull  29. Very  nervous - Apprehensive 30. Very important - Crucial

HCF and LCM Important questions

Hello friends this is some important questions of HCF and LCM . I hope it's helpful for you and these questions help you to increase your confidence level . 1. If three numbers are 2a,5a and 7, then what will be their LCM ? (A) 70a  (B) 65a (C) 75a (D) 70a (E) None of these  2. What will be the HCF of ( 2*3*7*9), (2*3*9*11) and (2*3*4*5) ?  (A) 42 (B) 54 (C) 6 (D) 1386 3. The product of HCF and LCM of 18 and 15 is :  (A) 120 (B) 150 (C) 175 (D) 270 4. The LCM of two numbers is 2376 while their HCF is 33 . If one of the numbers is 297 , then the another number is :  (A) 216  (B) 264 (C) 642 ( D) 792  5. The HCF and LCM of two natural numbers are 12 and 72 , respectively . What is the difference between the two numbers , if one of the number is 24 ?  (A) 12 (B) 18 (C) 21 (D) 24 5. The ratio of two numbers is 3:4 and their HCF is 4 . What will be their LCM? (A) 12 (B) 16 (C) 48 (D) 24 6. What is the great

What are the Important Questions of trigonometry?

In this article I am going to provide you some important questions of Trigonometry  which is important for exams. This types of questions comes in many exams like - SSC Exam, RRB NTPC Exam etc.  

Important Question of Number system

Hello friends There are some important questions of number system. I hope it's helpful for you and these questions are important for the compititative exams. This all questions are important for RRB NTPC Exam , SSC Exam .

What are the rules of articles ( A, An ,The ) in English grammar?

Introduction :  Hello friends today I am going to teach you rule of articles and I will give you information about A, AN , The . I hope you will like this and it's helpful for you . 1. We have three articles :  * A   * AN  * The  2. Rules :  * If a singular countable noun , which is not specifie / definite , starts with a  consonant sound ,write ' a ' before it . Example :  * This is a chair . * If a singular countable noun which is not specifie / definite , starts with a vowel sound write ' an ' before it . Example :  * This is an apple .  Important Note :  * With ' few ' we also use ' a '  - a few books  * We also use ' a ' with ' lot of ' - a lot of noise  3. Rule of The :  When we talk about one or more countable noun which are specifie/ definite , so we write ' the ' before it .  Example:  This is the phone I bought yesterday. 4 . Rule for use of ' The '