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आय क्या होती है और ये कितने प्रकार की होती है?

 आय क्या होती है?

एक उत्पादक को जब अपने उत्पाद को बेचने पर जो भी मुद्रा उसकी बिक्री से प्राप्त होती है वह सारी की सारी मुद्रा उस उत्पादक के लिए उसकी आय कहलाती है अथवा राजस्व कहलाती है।

उदाहरण: उदाहरण के लिए यदि एक कंपनी 50 कुर्सियोंं की बिक्री करके ₹10000 कमाती है तो यह ₹10000 उस कंपनी के आय के रूप में गिने जाएंगे।

2. Concept of Revenue:

(  आय की अवधारणा)
आय मुख्य रूप से तीन प्रकार के हैं:
. कुल आय
. औसत आय
. सीमांत आय

* कुल आय:


कुल आय से अभिप्राय एक वस्तु की जो कीमत होती है उस किमत पर उस वस्तु को बेचने से जो कुल पैसे प्राप्त होते हैं वह किसी भी कंपनी के लिए उसकी कुल आय कहलाती है।


* औसत आय:


औसत आय से अभिप्राय एक कंपनी के द्वारा बेचे के उत्पादन की प्रति इकाई आय से होता है।


* सीमांत आय:


सीमांत आय से अभिप्राय यह है कि जब उत्पादन की एक अतिरिक्त इकाई को बेचने से जो अतिरिक्त पैसे प्राप्त होते हैं उसे हम सीमांत आय के रूप में जानते हैं।

3. Relationship between AR and MR:




Relationship between TR and MR:



 Relationship between AR and MR:


Relationship between TR and MR:


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